अगर आप हर महीने घरेलू गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों से परेशान रहते हैं, तो इस बार आपके लिए राहत की खबर है। 31 मई 2025 को घरेलू एलपीजी सिलेंडर की नई दरें जारी की गईं और कई जिलों में कीमतों में गिरावट देखी गई है। खासकर उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में अब सिलेंडर की कीमत 850 रुपये के आसपास पहुंच गई है, जो आम जनता के लिए बड़ी राहत मानी जा रही है।
किन जिलों में सबसे सस्ते मिले सिलेंडर?
इस बार गाजियाबाद, नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) और बागपत जैसे जिलों में 14.2 किलो वाला घरेलू गैस सिलेंडर लगभग 850.5 रुपये में मिल रहा है। ये कीमतें राज्य के बाकी जिलों के मुकाबले काफी कम हैं। अगर आप इन इलाकों में रहते हैं, तो आप हर महीने सिलेंडर भरवाते समय अच्छी खासी बचत कर सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर, बलिया या मऊ जैसे जिलों में वही सिलेंडर 60 से 80 रुपये तक महंगा मिल रहा है। साल भर में देखें तो एक परिवार लगभग 1000 रुपये तक की बचत कर सकता है।
कहां सबसे महंगे बिके सिलेंडर?
जहां कुछ जिलों में सिलेंडर सस्ता हुआ है, वहीं कुछ जिलों में अभी भी कीमतें ज्यादा बनी हुई हैं। बलिया में सिलेंडर की कीमत 933 रुपये तक पहुंच गई है, जबकि मऊ में यह 932.5 रुपये है। यह फर्क भले ही सुनने में छोटा लगे, लेकिन इससे महीने के बजट पर सीधा असर पड़ता है। खासकर उन लोगों के लिए जिनको गैस सब्सिडी नहीं मिलती।
बड़े शहरों में क्या हैं ताजा रेट?
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लखनऊ: 890 रुपये
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कानपुर: 868 रुपये
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मथुरा: 862 रुपये
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मेरठ और शामली: 858 रुपये
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प्रयागराज: 906 रुपये
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वाराणसी: 916.5 रुपये
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गोरखपुर: 915 रुपये
यह साफ है कि हर जिले में रेट अलग-अलग हैं। इसलिए सिलेंडर भरवाने से पहले अपने जिले की कीमत जरूर चेक करें।
एक ही राज्य में इतनी कीमतों में फर्क क्यों?
आप सोच सकते हैं कि जब राज्य एक है, तो फिर रेट में इतना अंतर क्यों? दरअसल, इसके पीछे कई वजहें होती हैं:
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ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट: दूर-दराज या दुर्गम इलाकों में सिलेंडर पहुंचाने में ज्यादा खर्च होता है।
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स्थानीय टैक्स: कुछ जिलों में लोकल टैक्स ज्यादा होते हैं।
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डिलीवरी खर्च: कुछ जगहों पर डिलीवरी चार्ज भी ज्यादा वसूले जाते हैं।
इन्हीं कारणों से एक ही राज्य के अलग-अलग जिलों में गैस सिलेंडर की कीमतों में अंतर होता है।
महंगे और सस्ते सिलेंडर का घरेलू बजट पर असर
कई बार लोग सोचते हैं कि 20 या 30 रुपये का फर्क ज्यादा मायने नहीं रखता, लेकिन जब यह हर महीने जुड़ता है, तो साल भर में बड़ी रकम बन जाती है। खासतौर पर उन लोगों के लिए यह फर्क और भी अहम हो जाता है जिन्हें गैस सब्सिडी नहीं मिलती या बंद हो चुकी है।
अपने जिले की कीमत कैसे जानें?
आप इंडेन, भारत गैस और एचपी गैस जैसी सरकारी कंपनियों की वेबसाइट पर जाकर अपने जिले का नाम चुनकर ताजा रेट देख सकते हैं। इसके अलावा आपकी नजदीकी गैस एजेंसी से भी रेट पूछा जा सकता है। आजकल कुछ गैस एजेंसियां SMS या WhatsApp के जरिए भी ताजा कीमतों की जानकारी भेजती हैं। अगर आपने यह सेवा एक्टिव नहीं कराई है, तो अब जरूर करा लें।
अब क्या करें?
अगर आपके जिले में सिलेंडर सस्ता हुआ है, तो इसका फायदा उठाइए। हो सके तो अभी ही सिलेंडर भरवा लें, क्योंकि आने वाले समय में कीमतें दोबारा बढ़ सकती हैं। और अगर आपके जिले में कीमत ज्यादा है, तो सावधानी से खरीदारी करें और हर महीने की शुरुआत में एक बार रेट जरूर चेक करें।
निष्कर्ष
इस बार सिलेंडर की कीमतों में आई गिरावट ने आम लोगों को थोड़ी राहत जरूर दी है। हालांकि यह राहत हर जिले में नहीं दिखी, लेकिन 850 रुपये में सिलेंडर मिलना कई परिवारों के लिए बड़ी बात है। उम्मीद की जानी चाहिए कि सरकार आगे भी इस तरह के कदम उठाएगी और गैस की कीमतों को काबू में रखेगी।